पथरी का इलाज – पथरी एक बहुत दर्द देने वाला रोग है, यह किसी भी उम्र में हो जाता है। पथरी का दर्द बहुत अधिक होता है इसलिए इसे गंभीर रोगों में से एक माना जाता है। यह मनुष्य के गुर्दे और पित्त में बनती है।…
पथरी का इलाज – पथरी एक बहुत दर्द देने वाला रोग है, यह किसी भी उम्र में हो जाता है। पथरी का दर्द बहुत अधिक होता है इसलिए इसे गंभीर रोगों में से एक माना जाता है। यह मनुष्य के गुर्दे और पित्त में बनती है।…
वमन धौति (कुंजल) की विधि – सीधे खड़े होकर पूरे पेट भर कुनकुना नमकीन जल पीते हुए तब तक पीना है जब कि इसे वमन करने की इच्छा न हो, फिर धड़ को जमीन के समानांतर कर दो-तीन अंगुलियों को जीभ के ऊपर रखकर जिह्वा मूल को…
नाड़ियाँ – नाड़ी का अर्थ, विद्युत उत्पादन केंद्र से तारों द्वारा विद्युत उपकेंद्रों को भेजी जाती है फिर ट्रान्सफार्मर के जरिए उसका वोल्टेज घटाकर उसे दूसरे कार्यों में प्रयुक्त किया जाता है। यही सिद्धांत भौतिक शरीर और मन द्वारा ऊर्जा-उत्पादन पर भी लागू होता है। बस…
वारिसार धौति (शंख प्रक्षालन) –वारि = जल, सार = तत्त्व, धौति = धोना अर्थात जल से तत्त्व को धोना। इस क्रिया को कायाकल्प के नाम से भी जानते हैं। शरीर के सभी विषाक्त तत्त्व निकाल दिए जाते हैं, जिससे नवीन शुद्ध तत्त्व निर्मित होता है। इसे…
जलनेति क्रिया का अर्थ – यह षट्कर्म के अंतर्गत शुद्धिकरण की तीसरी प्रक्रिया है जिसका मुख्य उद्देश्य शीर्ष प्रदेश, मस्तिष्क के क्षेत्र की सफाई करना है। इस क्रिया से दृष्टि से संबंधित नाडियों एवं अन्य आंतरिक नाड़ियों का भी शोधन होता है। नासिका के भीतरी क्षेत्र की…
मोटापा कम करने के आसान उपाय या घरेलू नुस्खे – वजन का तेजी से बढ़ना आजकल आम समस्या बन चुका है, जिसे अक्सर हम समझ नहीं पाते कि हमारा वजन क्यों बढ़ रहा है। आम तौर पर, जब हमारे कपड़े हमें बहुत ज्यादा टाइट लगने लगते…
आज के समय में हर कोई गोरा दिखना चाहता है लड़का हो या लड़की हर किसी को गोर दिखने की इच्छा है। हर किसी के मन में यही चलता है की कैसे सावले रंग से छुटकारा पाया और कैसे अपने हाथ – पैर अपने चेहरे व गर्दन…
बंध का अर्थ एवं परिभाषा – बंध शब्द का शब्दिक अर्थ है-बाँधना या कड़ा करना। बंध शारीरिक अभ्यास है परंतु अभ्यासी के संपूर्ण शरीर में व्याप्त विचारों एवं आत्मिक तरंगों में प्रवेश कर ये चक्रों पर सूक्ष्म प्रभाव डालते हैं। बंधों के अभ्यास से शरीर के सूक्ष्म…
अर्द्धमत्स्येंद्रासन का नामकरण – मत्स्येंद्र नाम के एक महान योगी हुए हैं। वे इस आसन में प्राय: बैठा करते थे। इसलिए इस आसन का नाम मत्स्येंद्रासन है। इसक सरल रूप को अर्द्धमत्स्येंद्रासन कहते हैं। अर्द्धमत्स्येंद्रासन की विधि – सर्वप्रथम दंडासन में बैठकर दाएँ पैर को मोड़कर जमीन पर…
योग (Yoga), भारतीय संस्कृति का मूल अंग है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए एक अद्वितीय उपाय है। योग (Yoga) के माध्यम से हम अपने शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करते हैं और जीवन को स्वस्थ, खुशहाल और सकारात्मक बनाते हैं।…
Mr. Ajitesh Kunwar Founder of Kunwar Yoga – he is registered RYT-500 Hour and E-RYT-200 Hour Yoga Teacher in Yoga Alliance USA. He have Completed also Yoga Diploma in Rishikesh, India.
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