Category: योग

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प्लावनी प्राणायाम की सावधानियां, लाभ एवं विधि इन हिंदी

March 22, 2024-

प्लावनी प्राणायाम का अर्थ एवं परिभाषा –विशेषण शब्द प्लावनी ‘ कुंभक की विशेषता बताता है और यहाँ पर संज्ञा के रूप में प्रयुक्त है। यह ‘ प्लु’ धातु के कारणवाचक रूप में है…

नाड़ी का अर्थ एवं नाड़ी के प्रकार षट्चक्र क्या है इन हिंदी

March 20, 2024-

नाड़ियाँ – नाड़ी का अर्थ, विद्युत उत्पादन केंद्र से तारों द्वारा विद्युत उपकेंद्रों को भेजी जाती है फिर ट्रान्सफार्मर के जरिए उसका वोल्टेज घटाकर उसे दूसरे कार्यों में प्रयुक्त किया जाता है। यही…

वारिसार धौति (शंख प्रक्षालन) क्रिया का अर्थ – विधि, लाभ और सावधानियां

March 20, 2024-

वारिसार धौति (शंख प्रक्षालन) –वारि = जल, सार = तत्त्व, धौति = धोना अर्थात जल से तत्त्व को धोना। इस क्रिया को कायाकल्प के नाम से भी जानते हैं। शरीर के सभी विषाक्त…

जलनेति क्रिया, रबड़ एवं सूत्र नेति का अर्थ – विधि, लाभ और सावधानियां

March 20, 2024-

जलनेति क्रिया का अर्थ – यह षट्कर्म के अंतर्गत शुद्धिकरण की तीसरी प्रक्रिया है जिसका मुख्य उद्देश्य शीर्ष प्रदेश, मस्तिष्क के क्षेत्र की सफाई करना है। इस क्रिया से दृष्टि से संबंधित नाडियों एवं…

अर्द्धमत्स्येंद्रासन का अर्थ – विधि, लाभ और सावधानियां

March 20, 2024-

अर्द्धमत्स्येंद्रासन का नामकरण – मत्स्येंद्र नाम के एक महान योगी हुए हैं। वे इस आसन में प्राय: बैठा करते थे। इसलिए इस आसन का नाम मत्स्येंद्रासन है। इसक सरल रूप को अर्द्धमत्स्येंद्रासन कहते हैं।…

योग (Yoga)  में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स

March 20, 2024-

योग (Yoga), भारतीय संस्कृति का मूल अंग है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए एक अद्वितीय उपाय है। योग (Yoga) के माध्यम से हम अपने शरीर, मन और आत्मा…

Yoga Philosophy : आध्यात्मिक तत्त्व और सिद्धांत

March 20, 2024-

Yoga Philosophy (योग दर्शन) के मूल सिद्धांतों को सरल शब्दों में समझाना संभव है, जहाँ मन, शरीर, और आत्मा को अलग नहीं माना जाता है, बल्कि इन्हें एकत्रित और एकीकृत माना जाता है।…

वस्त्र धौति क्रिया का अर्थ – विधि, लाभ और सावधानियां

March 20, 2024-

वस्त्रधौति क्या है। ‘वस्त्र’ का अर्थ है कपड़ा। पेट एवं भोजन नली को कपड़े से साफ करने की क्रिया वस्त्रधौति है।  वस्त्रधौति एक अत्यंत लाभकारी शोधन योग क्रिया है जो पुरे शरीर को…

अग्निसार धौति क्रिया का अर्थ – विधि, लाभ और सावधानियां

March 20, 2024-

अग्निसार धौति – इस क्रिया द्वारा जठराग्नि को तीव्र करके पाचन शक्ति बढ़ाई जाती है। धौति का अर्थ शरीर की अशुद्धियों को धोकर बाहर निकालने की क्रिया है।अग्निसार क्रिया प्राणायाम का एक प्रकार है।…

शीतली प्राणायाम की सावधानियां, लाभ एवं विधि इन हिंदी

March 20, 2024-

शीतली प्राणायाम का अर्थ एवं परिभाषा – इस प्राणायाम के द्वारा संपूर्ण शरीर में शीतलता का प्रसन्नता अनुभव होता है। इस कारण इसे शीतली प्राणायाम कहते हैं। जिह्यया वायुमाकृष्य पूर्ववत् कुम्भसाधनम्। शनकेर्ष्राणरज्ध्वाभ्यां रेचयेत् पवन…

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About Kunwar Ajitesh

Mr. Ajitesh Kunwar Founder of Kunwar Yoga – he is registered RYT-500 Hour and E-RYT-200 Hour Yoga Teacher in Yoga Alliance USA. He have Completed also Yoga Diploma in Rishikesh, India.

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