वायरल बुखार रोग की पहचान क्या है – वायरस के संक्रमण द्वारा फैलने वाला बुखार को वायरल बुखार के नाम से जाना जाता है। यह अक्सर ठंडे मौसम, फ्रीज़ का ठंडा पानी पीने, और कोल्डड्रिंक्स पीने से होता है। यह बुखार आम बुखार से थोड़ा ज्यादा खतरनाक होता है। वायरल बुखार के वायरस साँस के द्वारा भी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के शरीर में पहुंचते हैं। फिर ये फ्लू एक दो दिन या फिर कुछ घंटों में ही सक्रिय हो जाता है। वंही छोटे बच्चों में वायरल बुखार होने से ठंड, उल्टी, खांसी, दस्त आदि जैसी परेशानियां होती हैं। जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है उन्हें वॉयरल बुखार आने का खतरा कम रहता है।
वायरल बुखार क्यों होता है | वायरल बुखार का घरेलू इलाज
तो आइये वायरल बुखार क्यों होता है। क्या आप जानते है वायरल बुखार का घरेलू इलाज
वायरल बुखार (फीवर) के कारण, लक्षण और देसी इलाज इन हिंदी
वायरल बुखार (फीवर) के कारण इन हिंदी –
1. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का कम होना।
2. अपनी क्षमता से अधिक कार्य करने से।
3. रात को देर – देर तक उठे रहने से।
4. किसी संक्रमित रोगी के साँसों से।
5. मौसम में परिवर्तन होने से।
6. शरीर को आराम न देने पर।
वायरल बुखार (फीवर) के लक्षण इन हिंदी –
1. जीभ के स्वाद में परिवर्तन हो जाना।
2. बार – बार मुँह का सुख जाना।
3. सिर का भारी होना।
4. कमजोरी और थकान महसूस होना।
5. आंखों का लाल होना और जलन मचना।
6. अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाना।
7. खाँसी जुखाम और गले में दर्द होना।
8. ऐसे की भी लक्षण यदि आपको शरीर में तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर जाँच करवाएं।
वायरल बुखार (फीवर) के देसी इलाज इन हिंदी –
1. लहसुन: लहसुन की पांच से सात कलियाँ घी में या फिर तिल के तेल में तल कर सेंधा नमक डालकर रोगी को खिलाएं इससे बुखार उतर जायेगा। आप लहसुन की कलियाँ पीसकर सरसों के तेल में गर्म करें और ठंडा होने पर इससे पैरों के तलवे में मालिश करें। और सभी जानकारी को ध्यान में रखते हुवे उपचार करे।
2. मुलेठी: मुलेठी, शहद, तुलसी और मिश्री को पानी में अच्छे से मिलाकर रोगी को पिलायें। सर्दी – जुखाम के कारण हुआ बुखार कम हो जायेगा।
3. आलू: एक कप गर्म पानी में एक चम्मच सिरका मिलाकर इसमें आलू का एक टुकड़ा भिगोकर रोगी के सर पर रखे बुखार में आराम आएगा।
4. आम: कच्चे आम को पानी में पकाकर इसके रस को पानी में घोलकर पियें लू से लगने वाले बुखार तथा टायफाइड वाले बुखार में आराम मिलेगा।
5. अदरक: अदरक और पुदीना मिलाकर काढ़ा तैयार करके पिए बुखार में आराम मिलेगा।
वायरल बुखार के लिए योग ट्रीटमेंट, आयुर्वेदिक उपचार इन हिंदी
वायरल बुखार आजकल एक आम समस्या है और इससे कई लोग परेशान और पीड़ित होते है। बुखार आने पर या शुरुआती लक्षण पर जरुरी नहीं है कि केवल दवा खा के ही आप ठीक हो सकते है नहीं दवा तभी खाये जब रोग ज्यादा हो जाये। योग करें और निरोग रहें। योग आसनों का नियमित प्रतिदिन अभ्यास करने से आप बुखार के शुरुआती दौर में ही ठीक हो जायेंगे और फिर आपको दवा भी नहीं खानी पड़ेगी।
तो आईये कुछ योग आसनों का प्रतिदिन अभ्यास करने से कैसे ठीक होता है वायरल बुखार –
1. योग निद्रा
2. कपालभाति
3. अनुलोम-विलोम
4. उज्जायी प्राणायाम
5. भ्रामरी प्राणायाम
6. शीतकारी प्राणायाम
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